चंपावत, लोहाघाट निवासी सूरज सिंह मेहरा भारतीय वायु सेना में फ्लाइंग लेफ्टिनेंट बन गए हैं। अब वो आसमान में उडा़न भरेंगे और लडाकू विमान को चलाएंगे।
उत्तराखंड के वीर सपूतों में देश सेवा का जज्बा कूट-कूटकर भरा हुआ है। भारतीय सेना में न जाने कितने ऐसे वीर हैं, उत्तराखंड के लाल केंद्र और सेना में अहम पदों पर सेवाएं दे रहे हैं। इन लोगों में अब सूरज सिंह मेहरा का नाम भी शामिल हो गया है। पहाड़ के बेटे को बड़ी जिम्मेदारी मिली है। आपको बता दें कि चंपावत, लोहाघाट निवासी सूरज सिंह मेहरा भारतीय वायु सेना में फ्लाइंग लेफ्टिनेंट बन गए हैं। अब वो आसमान में उडा़न भरेंगे और लडाकू विमान को चलाएंगे। 2019 में आइएएफ हैदराबाद से कमीशन प्राप्त सूरज मध्यम वर्गीय परिवार से तालुक रखते हैं। सूरज को बचपन से ही वायु सेना आकर्षित करती रही है। वर्तमान में वायुसेना स्टेशन फलोदी राजस्थान में तैनात सूरज की शुक्रवार को पदोन्नति हो गई। सूरज ट्रेनिंग के बाद भारतीय वायुसेनाके लड़ाकू विमान उड़ा सकेंगे, मूलरूप से थुवा माहरा निवासी सूरज के पिता अर्जुन सिंह मेहरा भारतीय सेना से सेवानिवृत्त सुबेदार हैं और मां रजनी मेहरा गृहिणी हैं। सूरज ने अपनी प्राथमिक शिक्षा डीएवी पब्लिक स्कूल लोहाघाट से प्राप्त की तथा हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की शिक्षा सैनिक स्कूल बालाचड़ी (गुजरात) से प्राप्त की 12वीं के बाद सूरज का चयन राष्ट्रीय रक्षा अकादमी पुणे में हुआ। सूरज ने अपनी सफलता का श्रेय अपने माता-पिता को दिया है, जिन्होंने इस कठिन राह में उनका हमेशा मार्गदर्शन किया।उनके फ्लाइंग लेफ्टिनेंट बनने पर परिजनों के साथ ही क्षेत्र में भी खुशी की लहर है।